Vachan Kise kahte Hai:- हेलो फ्रेंड्स आप सभी का स्वागत है। इस आर्टिकल में आप जानेंगे की वचन किसे कहते हैं इसके कितने भेद हैं उदाहरण सहित। वचन एक महत्वपूर्ण टॉपिक है , हिंदी ग्रामर में अगर आप गवर्नमेंट जॉब एग्जाम की तैयारी कर रहे है जैसे RAILWAY JOBS,BANK SECTOR JOBS,POLICE JOBS,TEACHER JOBS,CLERK JOBS,AGRICULTURE JOBS,PWD CATEGORY JOBS,PSC JOBS,INDIAN AIR FORCE JOBS,INDIAN ARMY JOBS,INDIAN NAVY JOBS,POST OFFICE JOBS,DEFENCE JOBS,FOREST JOBS,MEDICAL GOVT JOBS तो आपको वचन किसे कहते हैं इसके कितने भेद हैं उदाहरण सहित जानकारी होना जरुरी है और हम इन्ही कारणों से आर्टिकल तो तैयार किया है। आपको वचन से संबधित समूर्ण जानकारी मिलेगा इसलिए आर्टिकल को अंतिम तक पढ़े चलिए शुरू करते है।
वचन किसे कहते हैं?
वचन की परिभाषा :- संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण तथा क्रिया के जिस रूप से संख्या का बोध होता है, उसे ‘वचन’ कहते हैं। वचन संख्याबोधक विकारी शब्द होते हैं।
उदहरण :-
- लड़का खेलता है।
- लड़के खेलते हैं।
- लड़की खेलती है।
- लड़कियाँ खेलती हैं
इसके कितने भेद हैं?
हिन्दी के व्याकरण के अनुसार वचन के दो भेद होते हैं- एक वचन और बहुवचन। ध्यातव्य है, कि अंग्रेजी व्याकरण के अनुसार भी वचन के दो ही भेद माने जाते हैं- एकवचन (Singular number) और बहुवचन (Plural number) । विकारी शब्द (संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया) के जिस रूप से एक पदार्थ या व्यक्ति का बोध होता है, उसे एकवचन कहते हैं। जैसे-लड़का, घोड़ा, वह, अच्छा, जाता है, आदि। विकारी शब्द (संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया) के जिस रूप से एक से अधिक पदार्थों या व्यक्तियों का बोध होता है। उसे बहुवचन कहते हैं-
- एकवचन 2. बहुवचन
संस्कृत में वचन के तीन भेद हैं-
- एकवचन 2. द्विवचन 3. बहुवचन
एकवचन किसे कहते हैं? उदाहरण
एकवचन की परिभाषा: शब्द के जिस रूप से एक व्यक्ति या वस्तु का बोध होता है, उसे ‘एकवचन’ कहते हैं।
उदहारण: लड़का, पुस्तक, कलम, घड़ी इत्यादि।
बहुवचन किसे कहते है? उदहारण
बहुवचन की परिभाषा: शब्द के जिस रूप से दो या दो से अधिक व्यक्ति या वस्तु का बोध होता हो, उसे बहुवचन कहते हैं।
उदहारण: लड़के, पुस्तकें, कलमें, घड़ियाँ इत्यादि।
वचन के महत्वपूर्ण नियम
आकारान्त स्त्रीलिंग शब्दों (feminine words) के अन्त में ‘एँ’ या ‘ये’ लगाकर बहुवचन (plural) के रूप में प्रयुक्त किया जाता है;
जैसे:- कक्षा-कक्षायें, लता-लताएँ इत्यादि।
‘या’ अन्त्य वाले स्त्रीलिंग संज्ञा-शब्दों में अन्तिम स्वर के ऊपर अनुनासिकता ( ॅं) लगाकर बहुवचन रूप निर्माण किया जाता है;
जैसे: चिड़िया-चिड़ियाँ, गुड़िया-गुड़ियाँ इत्यादि।
आकारान्त स्त्रीलिंग शब्द (feminine words) का बहुवचन में प्रयोग करने के लिए ‘अ’ का ‘ऐं’ किया जाता है;
जैसे:- किताब-किताबें, गाय-गायें, इत्यादि।
इकारान्त तथा ईकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्दों में ‘ई’ को ‘इ’ करके ‘याँ’ लगाया जाता है। ‘इ’ तथा ‘ई’ को ‘इयाँ’ कर दिया जाता है।
जैसे:-
नदी-नदियाँ
लड़की-लड़कियाँ
उकारान्त या ऊकारान्त शब्दों को बहुवचन (plural) बनाने के लिए ‘ऊ’ को ‘उ’ तथा ,अन्त में ‘एँ’ का प्रयोग किया जाता है,
जैसे:- वस्तु-वस्तुएँ, बहू-बहुएँ इत्यादि।
संज्ञा के पुल्लिंग या स्त्रीलिंग शब्दों (feminine words) का बहुवचन में प्रयोग गण, वर्ग, जन, वृन्द आदि शब्द लगाकर भी किया जाता है।
जैसे:-
श्रोता + गण = श्रोतागण
अधिकारी + वर्ग = अधिकारी वर्ग
कतिपय व्यक्तिवाचक तथा भाववाचक संज्ञाओं के भी परिस्थिति अनुसार बहुवचन के रूप में प्रयोग होते हैं। यह बात ध्यान रखने की है कि बहुवचन का सार्वत्रिक प्रयोग जातिवाचक संज्ञाओं का ही होता है।
जैसे:
जयचन्दों ने हमेशा
देश की सुरक्षा को खतरे में डाला है।
विभक्ति के प्रयोग से बहुवचन निर्माण की प्रक्रिया में कतिपय परिवर्तन आते हैं। अ, आ, ए जिन शब्दों के अन्त में आते हैं, उनका अन्तिम स्वर ‘ओं’ हो जाता है।
जैसे :
लड़कों ने पढ़ा।
पुस्तकों में लिखा है।
Sanskrit के आकारान्त, संस्कृत-हिन्दी की सभी उकारान्त, ऊकारान्त तथा औकारान्त संज्ञा शब्दों का बहुवचन (plural) में प्रयोग करने के लिए अन्त में ‘ओं’ किया जाता है। यदि आगे किसी विभक्ति का प्रयोग हुआ है।
जैसे:-
साधुओं को खाना खिलाओ।
घरों में लोग रहते हैं।
इकारान्त तथा ईकारान्त शब्दों का बहुवचन (plural)के रूप में प्रयोग करने के लिए, यदि उसके बाद विभक्ति चिह्न प्रयुक्त हो तो ‘यों’ लगा दिया जाता है।
जैसे:-
मुनियों का आश्रम जंगल में था।
नदियों का जल स्वच्छ है।
गाड़ियों में ईंधन डालो।
द्रव्यवाचक संज्ञा का प्रयोग हमेशा एकवचन में होता है। भाववाचक तथा गुणबोधक शब्दों का प्रयोग भी हमेशा एकवचन में होता है।
जैसे:-
डाकू दुकान का सारा सोना ले गए।
उनकी सदाशयता के सभी कायल हैं।
हिन्दी में कुछ शब्द हमेशा बहुवचन (plural) में प्रयुक्त होते हैं; जैसे प्राण, दर्शन, आँसू, समाचार, हस्ताक्षर इत्यादि।
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निष्कर्ष
हमें उम्मीद है, कि आपको वचन के बारे में लिखा गया यह महत्वपूर्ण लेख “वचन किसे कहते हैं इसके कितने भेद हैं उदाहरण सहित?” पसंद आया होगा। यह आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हुआ होगा। कृपया इस लेख को अधिक से अधिक शेयर करें ताकि अधिक से अधिक छात्रों को वचन के बारे में पूरी जानकारी मिल सके।
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FAQ:-
वचन किसे कहते?
Ans: संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण तथा क्रिया के जिस रूप से संख्या का बोध होता है, उसे ‘वचन’ कहते हैं।
वचन कितने भेद हैं?
Ans:- हिंदी में वचन के दो भेद हैं-
- एकवचन 2. बहुवचन